बिहार विद्यालय परीक्षा समिति(बीएसईबी)
|
बीएसईबी का उद्देश्य छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायता करना है, जिसमें समग्र दृष्टिकोण अपनाया जाता है, जो उन्हें समाज और खुद दोनों के लिए शिक्षित करता है। माध्यमिक पाठ्यक्रम भाषाओं और मुख्य विषयों सहित विषयों में व्यापक ज्ञान प्रदान करता है। पाठ्यक्रम प्रमुख शिक्षण क्षेत्रों पर केंद्रित है जिन्हें निम्नानुसार वर्गीकृत किया गया है:
क्र.सं | विषय | प्रकृति |
---|---|---|
1. | भाषाएँ (हिंदी या अंग्रेजी) | अनिवार्य |
2. | इतिहास | |
3. | भूगोल | |
4. | राजनीति विज्ञान | |
5. | अर्थशास्त्र | |
6. | समाज शास्त्र | |
7. | गृह विज्ञान | |
8. | मनोविज्ञान | |
1. | इतिहास का पाठ्यक्रम | वैकल्पिक |
2. | गणित | |
3. | व्यायाम शिक्षा | |
4. | चित्रकला | |
5. | दर्शन | |
6. | योग | |
7. | नृत्य | |
8. | संगीत | |
9. | संस्कृत |
हिंदी का पाठ्यक्रम अंतरा (गद्य) -302 | ||
क्र.सं. | गद्य | अंक |
1. |
|
|
2. | सरोज-स्मृति | |
3. |
|
|
4. |
|
|
5. |
|
|
6. |
|
|
7. | बारहमासा | |
8. | पद | |
9. | कवित्त | |
हिंदी का पाठ्यक्रम अंतरा (पद्य) -302 | ||
क्र.सं. | पद्य | अंक |
1. | प्रेमघन की छाया -स्मृति | |
2. | सुमिरिनी के मनके | |
3. | संविदिया | |
4. | गांधी, नेहरू और यासिर अराफ़ात | |
5. | शेर, पहचान, चार हाथ, सहजा | |
6. | अहा कोई वापसी नहीं | |
7. | दूसरा देवदास | |
8. | कुटज |
हिंदी का पाठ्यक्रम अंतराल -302 | ||
क्र.सं. | गद्य | अंक |
1. | सूरदास की झोंपड़ी | |
2. | बिस्कोहर की माटी | |
3. | अपना मालवा-खाऊ-उजाडू |
हिंदी का पाठ्यक्रम आरोह (गद्य) -302 | ||
क्र.सं. | गद्य | अंक |
1. | भक्तिन | |
2. | बाजार दर्शन | |
3. | काले मेघा पानी दे | |
4. | पहलवान की ढोलक | |
5. | शिरीष के फूल | |
6. | श्रम-विभाजन और जाति-प्रथा | |
7. | मेरी कल्पना का आदर्श समाज | |
हिंदी का पाठ्यक्रम आरोह (पद्य) -302 | ||
क्र.सं. | पद्य | अंक |
1. | आत्म-परिचय | |
2. | एक गीत | |
3. | पतंग | |
4. | कविता के बहाने | |
5. | बात सीधी थी पर | |
6. | कैमरे में बंद अपाहिज | |
7. | उषा | |
8. | बादल राग | |
9. | कवितावली (उत्तर कांड से) | |
10. | लक्ष्मण-मूच्छ और राम का विलाप | |
11. | रुबाइयाँ | |
12. | छोटा मेरा खेत | |
13. | बगुलों के पंख |
हिंदी का पाठ्यक्रम वितान -302 | ||
क्र.सं. | गद्य | अंक |
1. | सिल्वर वैडिंग | |
2. | जूझ | |
3. | अतीत में दबे पाँव |
English Syllabus-301 | |||
---|---|---|---|
Sections | Section Name | Competencies | Marks |
Section A | Reading Skills | Conceptual understanding, decoding,Analyzing, inferring, interpreting,appreciating, literary, conventions and vocabulary, summarizing and usingappropriate format/s | 26 |
Section B | Grammar and Creative Writing Skills | Conceptual Understanding, application of rules, Analysis, Reasoning, appropriacy ofstyle and tone, using appropriate format andfluency, inference, analysis, evaluation and creativity. | 23 |
Section C | Literature Text Book and Supplementary ReadingText | Recalling, reasoning, appreciating literaryconvention, inference, analysis, creativitywithfluency, Critical Thinking. | 31 |
Total Marks | 80 | ||
Section D | Internal Assessment | Assessment of Listening and Speaking Skills
|
10 |
|
10 | ||
GRAND TOTAL | 100 |
A Syllabus of English-301 Flamingo (Prose) | ||
Serial No. | Prose | Weightage |
1. | The Last Lesson | |
2. | Lost Spring | |
3. | Deep Water | |
4. | The Rattrap | |
5. | Indigo | |
6. | Poets and Pancakes | |
7. | The Interview | |
8. | Going Places | |
A Syllabus of English-301 Flamingo (Poems) | ||
Serial No. | Poems | Weightage |
1. | My Mother at Sixty-Six | |
2. | Keeping Quiet | |
3. | A Thing of Beauty | |
4. | A Roadside Stand | |
5. | Aunt Jennifer's Tigers |
A Syllabus of English-301 Vistas | |||
Serial No. | Chapter Name | Weightage | |
1. | The Third Level | ||
2. | The Tiger King | ||
3. | Journey To The End Of The Earth | ||
4. | The Enemy | ||
5. | On The Face of It | ||
5. | Memories of Childhood | ||
7. | The Cutting of My Long Hairs | ||
8. | We Too Are Human Beings |
इतिहास का पाठ्यक्रम (भारतीय इतिहास के विषय भाग 1)-027 | ||
---|---|---|
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | ईंटें, मनके तथा अस्थियाँ हड़प्पा सभ्यता | |
2. | राजा, किसान और नगर आरंभिक राज्य और अर्थव्यवस्थाएँ | |
3. | बंधुत्व, जाति तथा वर्ग आरंभिक समाज | |
4. | विचारक, विश्वास और इमारतें सांस्कृतिक विकास | |
इतिहास का पाठ्यक्रम (भारतीय इतिहास के विषय भाग 2)-027 | ||
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | यात्रियों के नज़रिए समाज के बारे में उनकी समझ | |
2. | भक्ति-सूफी परंपराएँ धार्मिक विश्वासों में बदलाव और श्रद्धा ग्रंथ | |
3. | एक साम्राज्य की राजधानी विजयनगर | |
4. | किसान, जमींदार और राज्य कृषि समाज और मुगल साम्राज्य | |
इतिहास का पाठ्यक्रम (भारतीय इतिहास के विषय भाग 3)-027 | ||
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | उपनिवेशवाद और देहात सरकारी अभिलेखों का अध्ययन | |
2. | विद्रोही और राज 1857 का आंदोलन और उसके व्याख्यान | |
3. | Mमहात्मा गाँधी और राष्ट्रीय आंदोलनसविनय अवज्ञा और उससे आगे | |
4. | संविधान का निर्माणएक नए युग की शुरुआत |
भूगोल का पाठ्यक्रम-029 (एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक: मानव भूगोल के मूल सिद्धांत) | ||
---|---|---|
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | मानव भूगोल प्रकृति एवं विषय क्षेत्र | |
2. | विश्व जनसंख्या वितरण, घनत्व और वृद्धि | |
3. | मानव विकास | |
4. | प्राथमिक क्रियाएँ | |
5. | द्वितीयक क्रियाएँ | |
6. | तृतीयक और चतुर्थ क्रियाकलाप | |
7. | परिवहन एवं संचार | |
8. | अंतर्राष्ट्रीय व्यापार | |
भूगोल का पाठ्यक्रम-029 (एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक: भूगोल में व्यावहारिक कार्य) | ||
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | आंकड़े: स्रोत और संकलन | |
2. | आंकड़ों का प्रक्रमण | |
3. | आंकड़ों का आलेखी निरूपण | |
4. | स्थानिक सूचना प्रौद्योगिकी | |
भूगोल का पाठ्यक्रम-029 (एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक: भारत लोग और अर्थव्यवस्था) | ||
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | जनसंख्या : वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन | |
2. | मानव बस्तियाँ | |
3. | भूसंसाधन तथा कृषि | |
4. | जल-संसाधन | |
5. | खनिज तथा ऊर्जा संसाधन | |
6. | भारत के संदर्भ में नियोजन और सततपोषणीय विकास | |
7. | परिवहन तथा संचार | |
8. | अंतर्राष्ट्रीय व्यापार | |
9. | भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्देइकाई एवं समस्याएँ |
राजनीति विज्ञान का पाठ्यक्रम एनसीईआरटी: समकालीन विश्व राजनीति-028 | ||
---|---|---|
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | दो ध्रुवीयता का अंत | |
2. | सत्ता के समकालीन केंद्र | |
3. | समकालीन दक्षिण एशिया | |
4. | अंतर्राष्ट्रीय संगठन | |
5. | समकालीन विश्व में सुरक्षा | |
6. | पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन | |
7. | वैश्वीकरण | |
राजनीति विज्ञान का पाठ्यक्रम एनसीईआरटी: स्वतंत्रता के बाद भारत में राजनीति-028 | ||
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | राष्ट्र-निर्माण की चुनौतियाँ | |
2. | एक दल के प्रभुत्व का दौर | |
3. | नियोजित विकास की राजनीति | |
4. | भारत के विदेश संबंध | |
5. | कांग्रेस प्रणाली: चुनौतियाँ और पुनर्स्थापना | |
6. | लोकतांत्रिक व्यवस्था का संक | |
7. | क्षेत्रीय आकांक्षाएँ | |
8. | भारतीय राजनीति: नए बदलाव |
अर्थशास्त्र का पाठ्यक्रम: प्रारंभिक सूक्ष्मअर्थशास्त्र | ||
---|---|---|
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | परिचय | |
2. | उपभोक्ता के व्यवहार का सिद्धांत | |
3. | उत्पादन तथा लागत | |
4. | पूर्ण प्रतिस्पर्धा की स्थिति में फर्म का सिद्धांत | |
5. | बाज़ार संतुलन | |
अर्थशास्त्र का पाठ्यक्रम: प्रारंभिक समष्टि अर्थशास्त्र | ||
अध्याय संख्या | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | परिचय | |
2. | राष्ट्रीय आय का लेखांकन | |
3. | मुद्रा और बैंकिंग | |
4. | आय और रोजगार के निर्धारण | |
5. | सरकारी बजट एवं अर्थव्यवस्था | |
6. | खुली अर्थव्यवस्था समष्टि अर्थशास्त्र |
समाजशास्त्र का पाठ्यक्रम-039 एनसीईआरटी: भारतीय समाज | ||
---|---|---|
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | भारतीय समाज : एक परिचय | |
2. | भारतीय समाज की जनसांख्यिकीय संरचना | |
3. | सामाजिक संस्थाएँ : निरंतरता एवं परिवर्तन | |
4. | बाज़ार एक सामाजिक संस्था के रूप में | |
5. | सामाजिक विषमता एवं बहिष्कार के स्वरूप | |
6. | सांस्कृतिक विविधता की चुनौतियाँ | |
7. | परियोजना कार्य के लिए सुझाव | |
समाजशास्त्र का पाठ्यक्रम-039 एनसीईआरटी: भारत में सामाजिक परिवर्तन और विकास | ||
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | संरचनात्मक परिवर्तन | 8 |
2. | सांस्कृतिक परिवर्तन | |
3. | संविधान एवं सामाजिक परिवर्तन | 6 |
4. | ग्रामीण समाज में विकासएवं परिवर्तन वे परिवर्तन | 12 |
5. | औद्योगिक समाज में परिवर्तन और विकास | 5 |
6. | भूमंडलीकरण और सामाजिक परिवर्तन | 5 |
7. | जनसंपर्क साधन और जनसंचार | 5 |
8. | सामाजिक आंदोलन | 5 |
गृह विज्ञान पाठ्यक्रम (मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग-1)-064 | ||
---|---|---|
क्र.सं | अध्याय का नाम | अंक |
1. | कार्य, आजीविका तथा जीविका | |
2. | नैदानिक पोषण और आहारिकी | |
3. | जनपोषण तथा स्वास्थ्य | |
4. | खाद्य प्रसंस्करण और प्रौद्योगिकी | |
5. | खाद्य गुणवत्ता और खाद्य सुरक्षा | |
6. | प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा | |
7. | बच्चों, युवाओं और वृद्धजनों के लिए सहायक सेवाओं, संस्थानों और कार्यक्रमों का प्रबंधन | |
गृह विज्ञान (मानव पारिस्थितिकी एवं परिवार विज्ञान भाग-2) का पाठ्यक्रम-064 | ||
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंक |
1. | वस्त्र एवं परिधान के लिए डिज़ाइन | |
2. | फ़ैशन डिज़ाइन और व्यापार | |
3. | संस्थाओं में वस्त्रों की देखभाल और रखरखाव | |
4. | आतिथ्य प्रबंधन | |
5. | उपभोक्ता शिक्षा और संरक्षण | 4 |
6. | विकास संचार तथा पत्रकारिता | |
7. | निगमित संप्रेषण तथा जनसंपर्क |
मनोविज्ञान का पाठ्यक्रम-037 | ||
---|---|---|
क्र.सं | अध्यायों का नाम | अंकमनोवैज्ञानिक गुणों में विभिन्नताएँ |
1. | मनोवैज्ञानिक गुणों में विभिन्नताएँ | |
2. | आत्म एवं व्यक्तित्व | |
3. | जीवन की चुनौतियों का सामना | |
4. | मनोवैज्ञानिक विकार | |
5. | चिकित्सा उपागम | |
6. | अभिवृत्ति एवं सामाजिक संज्ञान | |
7. | सामाजिक प्रभाव एवं समूह प्रक्रम |
Stay in the Know on New Free E-Book